अब स्वच्छता रैकिंग सुधारने पर लगा निगम का फोकस
अब स्वच्छता रैकिंग सुधारने पर लगा निगम का फोकस
दीवारों पर बनाई जा रही पेंटिंग्स, मार्केटों में स्थापित किए जा रहे हैं कूड़ेदान
मोहाली। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की रैंकिग सुधारने के नगर निगम ने पूरी ताकत झोंक दी है। जहां मार्केटों में नए सिरे से कूड़ेदान लगाए जा रहे हैं तो सड़कों के किनारे सफाई का संदेश देती पेंटिंब बनाई जा रही है। अधिकारियों की माने तो कभी भी केंद्र सरकार की टीम इलाके में विजिट करने आ सकती है। ऐेसे में किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रखी जा रही है। जानकारी के मुताबिक स्वच्छता सर्वेक्षण में गत वर्ष अपना शहर का प्रदर्शन शानदार रहा था। पूूूरे भारत में 81वें नंबर पर रहा था, जबकि ट्राइसिटी में चड़ीगढ़ के बाद दूसरे नंबर पर था। ऐसे में इलाके के लोगों को भी इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर निगम से उम्मीदें काफी ज्यादा हैं। इतना ही नहीं इस बार सर्वे के प्वाइंट भी 6000 भी 7500 कर दिए गए हैं। उसी आधार केंद्र सरकार की टीम सर्वे करेंगी। हालांकि जो नए मानक सर्वे में शामिल किए गए हैं, उनमें से कई प्वाइंटों पर नगर निगम पहले ही काम कर रहा है। ऐसे में अधिकारियों की माने तो कई चीजों में हमार पक्ष मजबूत है, लेकिन जहां कमजोरी रह गई थी, उसे भी दूर किया जा रहा है। मानकों में कूड़ा प्रोसेसिंग, लिफ्टिंग, सेग्रीगेशन, सफाई, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन व सीएंडडी (कचरे को अलग-अलग करने व निस्तारण करने) प्लांट के लिए कुल तीन हजार अंक निर्धारित हैं। इस बार सफाई मित्रों (सफाई कर्मियों) की सुरक्षा के अंक भी सर्वे में जुड़ेंगे। इलाके के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने कहा कि स्वच्छता रैकिंग सुधारने के लिए नगर निगम काम कर रहा है। इस काम में लोगों को भी सहयोग करना होगा। उम्मीद है कि इस बार अपना शहर टॉप दस में शामिल हो जाएगा।
ऐसे चल रहा है प्रोजेक्ट
नगर निगम अब लोगों के घरों से मिलने वाले कूड़े को चार हिस्सों में बांट दिया है। इस दौरान नगर निगम की टीमें सूखा और गीला कूड़ा अलग इकट्ठा करती है। गीले कूड़े से खाद बनाई जा रही है, जबकि सूखे कूड़े को रिसाइकिल प्रक्रिया से दोबारा प्रयोग करने के लिए तैयार किया जाता है। जहां तक इलेक्ट्रॉनिक व सेनेटरी कूड़ा ( दवाईयां और सेेनेटरी पैड़ डायपर आदि) अलग से इकट्ठे लिए जा रहे हैं। इनका निस्तारण एनजीटी के नियमों के तहत किया जाता है।